Suprabhat Shayari – हर घर में ख़ुशी

“हर घर में ख़ुशी की फुहार हो, हर आँगन में सुबह शाम मस्ती की बहार हो, खुशियों की नदियाँ बहती रहें सब के दिलों में, ऐसे ही सदा हँसता और मुस्कुराता हर परिवार हो।
सुप्रभात!”