Subh Prabhat Shayari – आज सुबह सूरज

आज सुबह सूरज बिलकुल आप जैसा निकला;
बिलकुल वही ख़ूबसूरती लिए;
वही नूर; वही गुरुर; वही सुरूर;
और वही आपकी तरह हमसे कोसो (बहुत) दूर।
सुप्रभात!