Shayari Hindi Mein – हमने भी बढ़ाये थे

हमने भी बढ़ाये थे कदम राहे-इश्क मे
अब तलक भी पांव के छाले नहीं गये
इक मै ही था जो ग़म के समंदर को पी गया
तुमसे तो अपने आँसू संभाले नहीं गये