Shayari 4 Line Mein – तान झनकार भरें धुन

तान झनकार भरें धुन में कोई साज न हो
गीत गा जाये अगर सांस को अंदाज न हो
इस तरह शोर मचाते हुए आती है खुशी
दर्द आ जाये दबे पाँव तो आवाज न हो ।