Hindi Shayari Two Lines – उस ना ख़ुदा के ज़ुल्म
उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ सितम हाए क्या करूँ
कश्ती मिरी डुबोई है साहिल के आस-पास
Related Posts:
- Top 100 Sad Hindi Font Shayari 2 Lines - Very Sad Two Lines… अगर वो पूछ ले हमसे, तुम्हें किस बात का…
- Top 100 Best Hindi Font Shayari 2 Lines - Selected Two Lines… अपनी नाकामी का इक यह भी सबब है फ़राज़ चीज़…
- Ahmad Faraz Ki Famous Gazals - तू कि अन्जान है तू कि अन्जान है इस शहर के आदाब* समझ फूल…
- Hindi Ghazal Lyrics - मरने की दुआएं मरने की दुआएं क्यों मांगू मरने की तमन्ना कौन करे…
- Dosti Shayari | FriendShip Shayari | Yaari Shayari | Dost Ke… सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देख लो,करके यकीं मुझ…
- Hindi Ghazals By Ahmad Faraz - कभी मोम बन के कभी मोम बन के पिघल गया कभी गिरते गिरते सँभल…
- Hindi Shayari Two Lines - दरिया के तलातुम से दरिया के तलातुम से तो बच सकती है कश्ती कश्ती…
- Hindi Ghazals By Ahmad Faraz - करूँ न याद मगर करूँ न याद मगर किस तरह भुलाऊँ उसे ग़ज़ल बहाना…
- Sher O Shayari 2 Lines - हम तो डुबोकर कश्ती हम तो डुबोकर कश्ती को खुद ही पार लगाएंगे तूफां…
- Hindi Ghazals By Ahmad Faraz - सुना है लोग उसे सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं सो…
- Hindi Ghazals By Ahmad Faraz - हर तमाशाई फ़क़त हर तमाशाई फ़क़त* साहिल* से मंज़र देखता कौन दरिया को…
- 2 Lines Hindi Shayari - क्या सितम है क्या सितम है कि अब तिरी सूरत ग़ौर करने पे…
- Ahmad Faraz Sher O Shayari - जुज़ तेरे कोई भी दिन रात जुज़* तेरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे तू…
- Best Funny Jokes Sms - एक भैस की दर्द भरी दास्तान एक भैस की दर्द भरी दास्तान :- बच्चा जब थोड़ा…
- Suprabhat Shayari - सुबह शाम तेरी सुबह शाम तेरी चाहत करूँ, तुझसे ना कभी कोई शिकायत…