Hindi Shayari Four Lines – हर परदेशी मेहमान

हर परदेशी मेहमान नहीं होता
हर इन्सान भगवान नहीं होता
हर फ़ूल देवता पर नहीं चढ़ता
हर आशिक वरदान नहीं होता।