Hindi Poetry In 2 Lines – न खिज़ाँ में है कोई
न खिज़ाँ में है कोई तीरगी न बहार में कोई रोशनी
यह नज़र नज़र के चराग हैं कहीं जल गए कहीं बुझ गए।
Related Posts:
- Top 100 Best Hindi Font Shayari 2 Lines - Selected Two Lines… अपनी नाकामी का इक यह भी सबब है फ़राज़ चीज़…
- 2 Lines Hindi Shayari - कोई चराग़ जलाता नहीं कोई चराग़ जलाता नहीं सलीक़े से मगर सभी को शिकायत…
- 2 Lines Hindi Shayari - चराग़ घर का हो चराग़ घर का हो महफ़िल का हो कि मंदिर का…
- Hindi Shayari Two Lines - चराग़ अपनी उम्मीदों चराग़ अपनी उम्मीदों के संभाले रखियेa हवा में आंधी की…
- Happy Birthday Hindi Shayari - सूरज रोशनी लेकर आया "सूरज रोशनी लेकर आया; और चिड़ियों ने गाना गाया; फूलों…
- Ahmad Faraz Shayari - अजब चराग हूँ अजब चराग हूँ दिन रात जल रहा हूँ "फराज़", मैं…
- Shayari 2 Line Mein - चिराग़ रोशनी नही देते चिराग़ रोशनी नही देते… हम उम्मीद बुझने नही देते…
- Top 100 Sad Hindi Font Shayari 2 Lines - Very Sad Two Lines… अगर वो पूछ ले हमसे, तुम्हें किस बात का…
- हिंदी शायरी ४ लाइन में - खिजां में कली खिजां में कली मुस्कराई नहीं जवानी बिना आंख भाई नहीं…
- Ahmad Faraz Famous Shayari - जब खिज़ां आए तो जब खिज़ां आए तो लौट आएगा वो भी फ़राज़ वो…
- 2 Lines Hindi Shayari - नुमूद ए सुब्ह से नुमूद-ए-सुब्ह से शब की वो तीरगी तो गई ये और…
- Hindi Ghazals By Ahmad Faraz - अगरचे ज़ोर हवाओं नें अगरचे* ज़ोर हवाओं नें डाल रखा है मगर चराग ने…
- Happy New Year Shayari | 2023 Ki Shayari | Naya Sal Per… Happy New Year Shayari Status | New Year Shayari HindiNew…
- Hindi Shayari Two Lines - आईना ले के देख आईना ले के देख ज़रा अपने हुस्न को आएगी ये…
- Good Morning Hindi SMS - मौसम की बहार मौसम की बहार अच्छी हो; फूलों की कलियाँ कच्ची हों;…