Hindi Poetry In 2 Lines – ऐ ज़िन्दगी मुझे तोड़ कर

ऐ ज़िन्दगी मुझे तोड़ कर ऐसे बिखेर अब की बार,
ना खुद को जोड़ पाऊँ मै, ना फिर से तोड़ पाये वो….