Hindi Poetry In 2 Lines – एक मुद्दत के बाद

एक मुद्दत के बाद मिलने वाली थी कैद से आज़ादी,
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पर किस्मत तो देखो
जब आज़ादी मिली तो पिंजरे से प्यार हो चूका था।।।।।