Hindi Poetry In 2 Lines – आह कल तक वो
आह! कल तक वो नवाज़िश, आज इतनी बेरुख़ी?
कुछ तो निस्बत चाहिए अंजाम को आग़ाज़ से
Related Posts:
- Top 100 Sad Hindi Font Shayari 2 Lines - Very Sad Two Lines… अगर वो पूछ ले हमसे, तुम्हें किस बात का…
- Shayari Ghazal In Hindi - हुआ जो कुछ उसे हुआ जो कुछ उसे भुलाना चाहिए था के उसे अब…
- हिंदी शायरी 2 लाइन - भले थे तो किसी ने हाल त़क नहींपूछा भले थे तो किसी ने हाल त़क नहींपूछा, बुरे बनते…
- हिंदी शायरी ४ पंक्ति में - ये तों अच्छा हैं ये तों अच्छा हैं कि मेरे शहर के लोगों के…
- Top 100 Best Hindi Font Shayari 2 Lines - Selected Two Lines… अपनी नाकामी का इक यह भी सबब है फ़राज़ चीज़…
- Ahmad Faraz Ki Famous Gazals - रोग ऐसे भी ग़म ए यार रोग ऐसे भी ग़म-ए-यार से लग जाते हैं दर से…
- दो लाइन में हिंदी शायरी - वहां से होता है आगाज वहां से होता है आगाज उनके जलवों का जहाँ निगाह…
- Hindi Shayari Two Lines - मुझको मालूम है अंजाम मुझको मालूम है अंजाम रूदाद ऐ मुहब्बत का मगर कुछ…
- Best Pagli Status In Hindi - ना कोई pari चाहिए ना कोई Miss… ना कोई pari????चाहिए ना कोई Miss World ???????? चाहिए... मुझे…
- Ahmad Faraz Ki Famous Gazals - तुम भी ख़फ़ा हो तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बेरहम हैं दोस्तो अब…
- हिंदी शेरो शायरी - तेरी बेरुखी को भी तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने, तेरे प्यार का…
- Happy New Year Shayari | 2023 Ki Shayari | Naya Sal Per… Happy New Year Shayari Status | New Year Shayari HindiNew…
- Best 2 Lines Shayari - मैहर ओ वफाओ मैहर ओ वफाओ लुत्फ़ -ओ-इनायत एक से वाकिफ इन में…
- Hindi Ghazal Lyrics - जो निकट इतनी जो निकट इतनी, वही है, हाय कितनी दूर........ जब नयन…
- Best Hindi Suvichar - प्रशंसा से पिंघलना ????प्रशंसा से पिंघलना मत आलोचना से उबलना मत???? ???? निस्वार्थ…