Hindi Ghazal Sher O Shayar – चाँद से ली चांदनी सूरज
चाँद से ली चांदनी सूरज से उजाला लिया
रंग काजल से लिया फूलों से मधुशाला लिया
ली बहारों से खुशी कुदरत से नज़ारा लिया
गीत भंवरों से लिया आकाश से तारा लिया
खुशबू चंदन से ली बादल सी ली काली घटा
रूप ली रीति कामिनी से कलियों से प्यारी छटा
सबको मिलाकर एक से ऐसी छवि तैयार की
जो कि तू है सामने मेरे सच्ची छवि प्यार की
ज़माने में तुमसा नहीम मेरे दिल को प्यारा
हमको हमेशा तेरा प्यार जाने मन है गंवारा
ज़मीं बदले गगन बदले हवायें रूख बदल डाले
बदल जाये सितारे चांद सूरज ये दुनिया रंग बदल
हमारा प्यार है ऐसा कभी ना रंग बदलेगा
रहेगा दूर भी तुमसे तो मिलन के गीत गा लेगा ।