Fresh Hindi Shayari 4 Lines – चाहे वफ़ा में ठोकरे

चाहे वफ़ा में ठोकरे खाते रहो,
फिर भी रस्मे वादे निभाते रहो.
यही तो इश्क का दस्तूर है यारो,
की जख्म खाते रहो और बस मुस्कुराते रहो.