Best Hindi Suvichar – रूबरू होने की तो छोड़िये
रूबरू होने की तो छोड़िये.., गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं…,
ग़ुरूर ओढ़े हैं रिश्ते.., अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं…!!!
Related Posts:
- Aaj Ka Suvichar - रूबरू होने की रूबरू होने की तो छोड़िये... गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे…
- Top 100 Best Hindi Font Shayari 2 Lines - Selected Two Lines… अपनी नाकामी का इक यह भी सबब है फ़राज़ चीज़…
- Top 100 Sad Hindi Font Shayari 2 Lines - Very Sad Two Lines… अगर वो पूछ ले हमसे, तुम्हें किस बात का…
- Ahmad Faraz Sher O Shayari - हर एक बात न क्यों हर एक बात न क्यों ज़हर सी हमारी लगे कि…
- Hindi Shayari Two Lines - हैसियत का अपनी नुमाइश हैसियत का अपनी नुमाइश ज़रुर करके रहो मगर तमाशा बन…
- हिंदी शायरी ४ पंक्ति में - ये तों अच्छा हैं ये तों अच्छा हैं कि मेरे शहर के लोगों के…
- 2 Lines Hindi Shayari - ले दे के वही है ले – दे – के वही है इस शहर में…
- Ahmad Faraz Shayari - तुम्हारी दुनिया में हम तुम्हारी दुनिया में हम जैसे हजारों हैं "फ़राज़" हम ही…
- Ahmad Faraz 2 Lines Shayari - माना कि तुम गुफ़्तगू के माना कि तुम गुफ़्तगू के फन में माहिर हो फ़राज़…
- Ahmad Faraz Ki Ghazal Shayari - फ़राज़ अब कोई सौदा फ़राज़ अब कोई सौदा कोई जूनून भी नहीं मगर करार…
- Best Hindi Suvichar - रिश्ते और रास्ते तब रिश्ते और रास्ते तब खत्म हो जाते है...।।???????? जब पाँव…
- Shayari 4 Line Mein - तुम जिसे छू दो तुम जिसे छू दो नशा होने लगे जिस उदासी को…
- Best 2 Lines Shayari - मैहर ओ वफाओ मैहर ओ वफाओ लुत्फ़ -ओ-इनायत एक से वाकिफ इन में…
- Hindi Poetry In 2 Lines - जवाँ होने लगे जब जवाँ होने लगे जब वो तो हम से कर लिया…
- Hindi Ghazal Lyrics - वो मुझे मेहंदी लगे वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखा कर रोई . में…