4 Lines Hindi Shayari – रूप की धूप पर

रूप की धूप पर विश्वास नहीं होता है
बाग में रोज़ ही मधुमास नहीं होता है
ज़िन्दगी जलता हुआ मरुस्थल है दोस्त!
प्यार की प्यास में एहसास नहीं होता है।