हिंदी शायरी ४ लाइन – जितना भुलाया तुझको

जितना भुलाया तुझको उतनी ही याद आयी
जितना जलाया खुद को, उतनी ही आग पायी
यह क्या, भुलावा देकर दुनिया की रीत कह दी,
दिल तो हुआ है अपना, और प्रीत है परायी।