हिंदी शायरी ४ लाइन – जलवे नहीं होते तो

जलवे नहीं होते तो नज़ारे नहीं होते
जब चांद के पहलू में सितारे नहीं होते।
हम इसलिए करते हैं तेरे गम की परवरिश
कांटों के खरीदार तो सारे नहीं होते।